Bhugol हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. हमारे आस पास क्या घटित हो रहा है, क्यों हो रहा है, Bhugol ही उन घटनाओं एवं वातावरण के बारे में एक तथ्यपूर्ण विवरण प्रस्तुत करता है.
आज की इस पोस्ट में हम Bhugol के बारे में बताने वाले हैं, तो आइये आगे बढते हैं एवं Bhugol की प्रमुख शाखा Bhautik Bhugol एवं Bhautik Bhugol Ki Paribhasha के बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं.
Manav Bhugol Ka Janak Kise Kaha Jata Hai
Bhugol ka Janak Kise Kaha Jata Hai
Table Of Contents
Bhautik Bhugol Ki Paribhasha
Bhugol विषय में धरती या पृथ्वी के बारे अध्ययन किया जाता है. Bhugol शब्द के संधि विच्छेद की बात करें तो Bhugol शब्द संस्कृत शब्द “भू” एवं “गोल” से मिलकर बना हुआ है. अर्थात यह धरती के गोलाकार आकृति के अध्ययन का विषय है. Bhugol विषय के अध्ययन के दौरान हम पृथ्वी की भौतिक, जैविक एवं मानव सभ्यताओं का अध्ययन करते हैं. इसमें भूमि, हमारे आस पास के वातावरण, जलवायु, जैविक विविधता, मानव सभ्यताओं के अस्तित्व आदि के अध्ययन को शामिल किया जाता है.
भूगोल विषय के भाग
भूगोल विषय को हम निम्नलिखित भागो में बाँट सकते हैं –
जीवविज्ञान Bhugol
भूगोल की इस शाखा में हम विभिन्न प्रकार के जीवों एवं वनस्पतियों का अध्ययन करते हैं. Bhautik Bhugol Kya Hai यह जानने की लिए हमे भूगोल की विभिन्न शाखाओं का ज्ञान होना अति आवश्यक है.
जलवायु विज्ञान
जलवायु विज्ञान भूगोल की एक और महत्वपूर्ण शाखा है, जिसमें विभिन्न प्रकार के मौसम और जलवायु अध्ययन किया जाता है.
Bhautik Bhugol Ki Paribhasha
Bhautik Bhugol धरती के भीतर हम पृथ्वी के भौतिक तत्वों, जैसे कि भूमि, जल और हवा के अध्ययन को केंद्र में रखते हैं. Bhautik Bhugol में हम पृथ्वी के विभिन्न भौतिक तत्वों के बारे में अध्ययन किया जाता है. अगर आपसे कोई पूछे की Bhugol Ka Arth Spasht Kijiye तो ऊपर दी गयी पंक्तिया इसकी सबसे अच्छी व्याख्या प्रस्तुत करती हैं.
Bhugol के अंतर्गत, धरती के विभिन्न भागों, देशों और क्षेत्रों की स्थिति, संरचना, विशेषताएं और संसाधनों का अध्ययन किया जाता है. Bhautik Bhugol Ki Paribhasha को समझने के लिए आपको विस्तार पूर्वक आपको इस पोस्ट का अध्ययन करना पड़ेगा.
भौतिक Bhugol में विश्व के भौतिक तत्वों का अध्ययन किया जाता है. जैसे की पृथ्वी के वातावारण, जलवायु, तापमान, tectonics plates, वायु , वृक्ष, सागर एवम् इसे प्रकार के भौतिक तत्व. उदहारण के लिए भारत देश की जलवायु, मौसम, वन, नदियाँ, सागर एवं इसके विभिन्न स्थानो के अध्ययन को भौतिक Bhugol की शाखा के अंदर किया जायेगा.
Bhautik Bhugol Ki Paribhasha क्या है
जैसा की हमने ऊपर भी बताया है की पृथ्वी के विभिन्न भौतिक तत्वों के अध्ययन को ही Bhautik Bhugol कहा जाता है.
अगर भौतिक Bhugol के भागो की बात करें तो इसे निम्नलिखित छोटी शाखाओं में विभाजित किया जा सकता है –
जल भौतिक Bhugol
भौतिक Bhugol की इस शाखा में जल के सम्बन्ध में अध्ययन किया जाता है, जिसमे जल की गतिविधियां , जलवायु विज्ञान एवं पृथ्वी पर स्थित पानी के श्रोतों जैसे की समुद्रों एवं झीलों इत्यादि का विस्तृत अध्ययन किया जाता है.
भूमि भौतिकी
इस शाखा में भूमि के संरचना, उसके तत्व, परत एवं भूमि के ऊपरी तथा निचले भागों के विभिन्न भागों का अध्ययन किया जाता है.
वायुमंडल भौतिकी Bhugol
Bhautik Bhugol इस शाखा में वायुमंडल की गतिविधियों, हवा की गतिविधियों एवं मौसम इत्यादि का अध्ययन किया जाता है.
खनिज भौतिकी Bhugol
इस शाखा में खनिज संसाधनों, उनके गुण , उत्पादन और उनकी उपयोगिता इत्यादि के सम्बन्ध में अध्ययन किया जाता है.
जैव भौतिकी Bhugol
Bhautik Bhugol की इस शाखा में प्राणी जीवों, वनस्पतियों, जैविक संपदाओं, उनकी गतिविधियों और जैविक प्रकृति का अध्ययन किया जाता है.
FAQs Bhautik Bhugol Ki Paribhasha :
अपनी पोस्ट के अंतिम भाग में हम हमेशा की तरह उन प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयत्न करते हैं जो हमारे पाठक अक्सर हमसे पूछते हैं.
Bhautik Bhugol ki prakriti क्या है?
Bhautik Bhugol की प्रक्रति की बात करें तो यह पृथ्वी के भौतिक तत्वों के अध्ययन के बारे में बताती है.
Bhautik Bhugol की सबसे प्रमुख शाखा क्या होगी ?
Bhautik Bhugol की प्रमुख शाखायें जल भौतिक Bhugol, वायुमंडल भौतिकी Bhugol, खनिज भौतिकी Bhugol एवं जैव भौतिकी Bhugol होती हैं. आप इनके बारे में यहाँ भी पढ़ सकते हैं.
इसी के साथ हम अपने पोस्ट को समाप्त करते हैं , उम्मीद करते हैं की आपको Bhautik Bhugol Ki Paribhasha को समझने में अब आगे कोई समस्या नहीं होगी. इसी तरह की पोस्ट को पढने के लिए हमे बुकमार्क कर सकते हैं. साथ ही आप हमारे YouTube चैनल से भी जुड़ सकते हैं.
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