Panchvati Kaun Sa Samas Hai: Learn With Magic Short Cut

आज की हमारी पोस्ट हिंदी व्याकरण से सम्बंधित है. आज की इस पोस्ट में हम हिंदी व्याकरण से सम्बंधित एक प्रमुख विषय, समास, के सम्बन्ध में बात करने वाले हैं. एक उदहारण लेकर हम आज आपको बताने वाले हैं की Panchvati Kaun Sa Samas Hai और Panchvati mein Kaun Sa Samas Hai.

आपको हम पंचवटी के साथ साथ विभिन्न प्रकार के उदहारण लेकर समास के बारे में बात करने वाले हैं. साथ ही साथ हम हिंदी व्याकरण के इस प्रमुख विषय समास के बारे में आपको विस्तार से बतायंगे की समास कितने प्रकार के होते हैं? इनका इस्तमाल किस प्रकार से किया जाता है? तो आइये बिना समय गवाएं आज की पोस्ट को आगे बढ़ाते हैं.

Panchvati Kaun Sa Samas Hai

इससे पहेले की हम समास के बारे में आपको विस्तार से बताएं, सबसे पहेले आपको बताते हैं की Panchvati mein Kaun Sa Samas Hai?

Panchvati या पंचवटी में द्विगु समास होता है.

आगे बात करते हैं की किन कारणों से हमने बोला की पंचवटी में द्विगु समास होता है. इसके लिए हमे आपको सभी प्रकार के समास से परिचय करवाना होगा.

आइये अपनी पोस्ट के अगले भाग में हम जानने की कोशिश करते हैं की समास क्या होता है एवं यह कितने प्रकार का होता है.

Megasthenes Kaun Tha

Kharitada Kaun Tha

Khazain Ul Futuh

Samas Kya Hota Hai?

Samas या  “समास” हिंदी भाषा में प्रयोग में लाया जाता है. इसमें दो या दो से अधिक शब्दों को जोड़ा जाता है एवं इस क्रिया में शब्दों के बीच का शब्द गायब या विलोपित कर लिया जाता है. जो नया शब्द बनाया जाता है, उसका अर्थ अब कुछ और ही बन जाता है एवं यह हिंदी भाषा को अत्यंत प्रभवी बनाता है. शायद इसी लिए आप इस बात की जानकारी चाह रहे हैं की Panchvati Kaun Sa Samas Hai.

उदहारण के लिए : दान देनें में वीर = दानवीर

यहाँ बीच के शब्दों को विलोपित करके एक नया शब्द बना लिया गया है.

अतः आज की पोस्ट में हम ना केवल यह देखा की Panchvati ka Samas Vigrah क्या होता है बल्कि समास के अन्य रूपों का भी अध्ययन किया है .

Panchvati Kaun Sa Samas Hai

Samas Kitne Prakar Ka Hota Hai?

हिंदी भाषा में Samas कुल 6 प्रकार के होते हैं, जो की इस प्रकार है –

  1. अव्ययीभाव समास
  2. तत्पुरुष समास
  3. द्विगु समास
  4. द्वंद समास
  5. कर्मधारय समास
  6. बहुव्रीहि समास

आइये अब विस्तार पूर्वक एक एक करके सभी 6 प्रकार के समास का अध्ययन करते हैं एवं यह भी जानने का प्रयास करते हैं की Panchvati Kaun Sa Samas Hai–

अव्ययीभाव समास:

अव्ययीभाव Samas एक प्रकार का समास होता है जिसमें दो पदों का मिलकर एक नया शब्द बनाते हैं. इस समास में पहला पद ही मुख्य होता है, अर्थात् यह उस पद या भाग ही पूरे शब्द के अर्थ को निर्धारित करता है एवं दोनों शब्द मिलकर एक ऐसा शब्द बनाते हैं जो की Adverb या क्रियाविशेषण का काम करता है एवं अव्यय होता है. अव्यय से अर्थ होता है Gender natural. हम आगे वाले भाग में उदहारण के द्वारा यह भी जानने का प्रयास करते हैं की Panchvati Kaun Sa Samas Hai?

Examples:

आजन्म = जन्म से लेकर

प्रतिदिन = दिन-दिन

निर्जन = जनों का अभाव

अब प्रशन उठता है की अव्ययीभाव समास को हम कैसे पहचानेगें

तो इसकी पहचान हम निम्न प्रकार से कर सकते हैं –

यदि किसी शब्द के प्रारंभ में यथा, बे , प्रति आदि अव्यय शब्द (Gender Natural) आ जाये तो वह अव्ययीभाव Samas हो जाता है.

अतः हमने आज के इस पोस्ट में ना केवल यह जानने का प्रयास कर रहे हैं की Panchvati Mein Kaun Sa Samas Hai बल्कि यह भी देख रहे हैं की समास कितने प्रकार के होते हैं. समास के बारे में आप यहाँ भी पढ़ सकते हैं.

तत्पुरुष समास:

“तत्पुरुष समास” भी एक प्रकार का समास होता है जिसमें दो शब्दों का मेल करके एक नया शब्द बनाया जाता है. इस समास में दूसरा पद प्रधान होता है एवं पहेला पद अक्सर संज्ञा (Noun) या विशेषण (Adjective ) होता है. यहाँ यह बात भी ध्यान देने वाली होती है की शब्दों के मेल से बना शब्द किस लिंग (Gender) का होगा यह भी दूसरा पद ही निर्धारित करता है.

Example:

शरणागत = शरण में आया हुआ

अकालपीड़ित = अकाल से पीड़ित व्यक्ति

गुणरहित = गुण के बिना या गुण से रहित व्यक्ति

हमे उम्मीद है की उपरोक्त उदारणों के द्वारा आप तत्पुरुष समास को पहचान सकते हैं.

द्विगु समास:

अन्य समास के मुकाबले द्विगु समास की परिभाषा एवं पहचान काफी सरल होती है. यह समास भी दो या अधिक शब्दों के मेल से एक नया शब्द बनाता है, प्रथम शब्द संख्या वाचक होता है एवं दूसरा शब्द संज्ञा होता है.

पूरा शब्द एक समूह की तरफ इशारा करता है.

Example :

पंचतंत्र = पांच तंत्रों का समूह

पंचवटी = पांच वटो ( पांच वृक्षों ) का समूह

शताब्दी = शत (सौ) वर्षों का समूह

अतः यहाँ हमे अपने प्रमुख प्रश्न Panchvati Kaun Sa Samas Hai का उत्तर यहाँ मिल जाता है.

द्वंद समास:

द्वंद समास की परिभाषा एवं पहचान भी बहुत ही सरल होती है. यह समास दो या अधिक शब्दों के मेल से एक नया शब्द बनाता है, दोनों ही शब्द प्रधान होते हैं. अर्थात आप किसी भी शब्द को कम या ज्यादा नहीं आंक सकते हैं.

Example :

दिनरात    = दिन एवं रात

अच्छाबुरा  = अच्छा एवं बुरा

नीचेऊपर   = नीचे एवं ऊपर

कर्मधारय समास:

कर्मधारय समास वह समास होता है जिसमें दो शब्दों का मेल करके एक नया शब्द बनाया जाता है. इस समास में पहेला शब्द विशेषण ( adjective ) एवं दूसरा शब्द विशेष्य होता है, यह ध्यान देने योग्य बात है की जिस संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताई जाती है, उसे विशेष्य कहते हैं.

आप . विशेषण ( adjective ) एवं विशेष्य को क्रमशः उपमान (compliment ) एवं उपमेय (analogies)  से भी replace कर सकते हैं. इस प्रश्न का उत्तर की Panchvati Kaun Sa Samas Hai, आप तभी दे सकते हैं जब आप अन्य समास के बारे में जानते होंगे, यही कारण है की हमने अन्य समास के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है.

बहुव्रीहि समास:

बहुव्रीहि समास वह समास होता है जिसमें दो शब्दों का मेल करके एक नया शब्द बनाया जाता है. इस समास में प्रथम एवं द्वितीय दोनों ही पद अपना मूल अर्थ खो देते हैं एवं कोई अन्य ही अर्थ प्रकट करने लगेते हैं. इस समास की विशेषता यह होती है की इसमें दोनों पद ही अप्रधान होते हैं, एवं नए बने हुए इस अन्य पद के अर्थ की प्रधानता होती है.

Example :

महावीर     = महान है जो वीर अर्थात हनुमान जी

पतझड़       =  पत्तो का झड़ना अर्थात यह इस ऋतू की तरफ इशारा कर रहा है

त्रिनेत्र        = तीन हैं जिसमें नेत्र अर्थात भगवान शिव

इसी के साथ हम अपनी आज की पोस्ट के आखरी चरण में हैं, इस पोस्ट में हमने आपको बताया है की Panchvati Kaun Sa Samas Hai. साथ ही साथ आपको सभी प्रकार के समास को भी उदहारण के साथ समझाने का प्रयास किया गया है. उम्मीद करते हैं की आपको हमारी पोस्ट पसंद आई होगी.

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